रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं. ईडी ने अब साहिबगंज के नींबू हिल्स में हुए अवैध खनन से जुड़े मामले की जांच शुरू कर दी है, नींबू हिल्स में हुए अवैध खनन में पंकज मिश्रा का नाम भी सामने आया था. गौरतलब है कि ईडी के द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद फिलहाल पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में हैं.
क्या है मामला
दरअसल झारखंड के साहिबगंज में विजय हांसदा नाम के एक ग्रामीण ने नींबू हिल्स में अवैध खनन की शिकायत साहिबगंज पुलिस से की थी, लेकिन इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था. ऐसे में ऑनलाइन शिकायत की गई थी. इसके बाद कोर्ट कंप्लेन भी किया गया था. कोर्ट कंप्लेन में पंकज मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया था. ईडी ने इसी मामले से जुड़े सारे दस्तावेज हासिल किए हैं.
अवैध खनन के पूर्ववर्ती केस से जी जुड़ेगा केस
ईडी सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ साहिबगंज में 100 करोड़ से अधिक की अवैध खनन के जरिए काली कमाई की जांच की जा रही है. इस मामले से ही नींबू हिल्स में हुए अवैध खनन के मामले को जोड़ा जा सकता है. गौरतलब है कि वर्तमान में पंकज मिश्रा के खिलाफ जो मामले चल रहे हैं उसमें यह मामला जुड़ा तो उनकी परेशानी बढ़ सकती है. 19 जुलाई से पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में हैं. इस मामले में उनके सहयोगी विष्णु भगत, बच्चू यादव, दाहू यादव, भगवान भगत समेत अन्य लोग भी ईडी की रडार पर हैं.
साहिबगंज पुलिस ने नहीं दर्ज किया था केस
साहिबगंज के भवानी चौक निवासी विजय हांसदा ने नींबू हिल्स में अवैध खनन की शिकायत की थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि अवैध खनन के कारण उनके गांव में पर्यावरण संबंधी परेशानियां हो रही हैं. पंकज मिश्रा पर आरोप लगाते हुए विजय ने शिकायत की थी. उन्होंने बताया था कि दो मई को ग्रामीणों के साथ वह साइट पर गए थे, तब पंकज मिश्रा वहां मौजूद थे. खनन रोकने पर पंकज मिश्रा ने गाली गलौज व अभद्र व्यवहार किया था. इस मामले में पुलिस, जिला प्रशासन व खनन विभाग से भी शिकायत किए जाने की बात विजय ने कोर्ट कंप्लेन में बतायी थी. कोर्ट कंप्लेन के पूर्व ऑनलाइन एफआईआर नंबर 120602 भी दर्ज करायी गई थी.