लोहरदगा। नालसा, नई दिल्ली, झालसा, रांची और राष्ट्रीय महिला आयोग के संयुक्त तत्वावधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकार लोहरदगा के द्वारा सिविल कोर्ट परिसर में महिला विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा अध्यक्ष राजेन्द्र बहादुर पाल, पूनम पाल और डालसा सचिव राजेश कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में 55 से ज्यादा महिलाओं ने भाग लिया, जिसमें 35 आशा दीदी/सहिया एवं 20 सरकारी शिक्षिकाएं भी शामिल थीं।
इस मौके पर पीडीजे ने कहा कि ने महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। अपने अधिकार के प्रति जागरूक नहीं होने की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना ज्यादा करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सहिया और शिक्षक समाज से सीधे जुड़े होते है, ग्रामीणों के बीच इनका सिधा जुड़ाव होता है, इसलिए इन्हें लोगों को कानूनी सहायता पहुंचाने की दिशा में आगे बढ़कर कदम उठाना चाहिए। जिला विधिक सेवा प्राधिकार जरूरतमंद लोगों के लिए हमेशा तैयार है।
डीएलएसए सचिव राजेश कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया। साथ ही डीएलएसए द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि डीएलएसए द्वारा विद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों को कानूनी जानकारी दी जा रही है ताकि विद्यार्थी जागरूक होकर गलती करने से बचें एवं अपने क्षेत्र में जागरूकता लाएं।
संपूर्ण सत्र के दौरान महिला अधिवक्ता इंद्रानी कुजूर एवं आकांक्षा टोप्पो ने पोक्सो एक्ट, बाल विवाह अधिनियम, घरेलू हिंसा अधिनियम, मातृत्व लाभ से संबंधित कानून, महिलाओं पर लैंगिक अत्याचार से संबंधित उपबंध एवं राष्ट्रीय महिला आयोग के संबंध में जानकारी दी गई। साथ ही दोनों अधिवक्ताओं ने प्रतिभागियों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दिया। मौके पर शिक्षिका, एसटीटी, बीटीटी, सहिया, पीएलवी उपस्थित रहे।
महिलाओं को दी गई कानूनी जानकारी
