लोहरदगा। जिले में कुछ ऐसा हुआ है कि जलसहियाओं का गुस्सा फूट पड़ा है. जल सहिया अपनी पीड़ा और परेशानियों को लेकर झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री और लोहरदगा विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव से मिलने के लिए पहुंची हुई थी. रामेश्वर उरांव का जवाब सुनकर जलसहियाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. सुनिए उन्होंने क्या कहा.
हमारी सुनने के लिए ही हमने आपको विधायक चुना हैः विगत 10 वर्षों से अपनी मांगों को लेकर भटक रही जलसहियाएं लोहरदगा में झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री और लोहरदगा के विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव से मिलने के लिए पहुंची हुई थी. जल सहियाओं ने जैसे ही मंत्री से कहा कि उनकी बात सुन लीजिए, मंत्री ने तत्काल कहा कि कुछ करें ना करें सुन तो लेंगे ही. इसके बाद जलसहियाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने कहा कि कुछ करने के लिए ही हमने आपको विधायक चुना है.
जल सहियाओं का कहना था कि मंत्री जी सहित दूसरे नेताओं और मंत्रियों को भी लगातार ज्ञापन दिया जा रहा है. मानदेय में बढ़ोतरी और स्थायीकरण को लेकर लगातार गुहार लगाई जा रही है. इसके बावजूद कोई भी उनकी पीड़ा नहीं सुन रहा है. ऐसे में वह जाएं तो जाएं कहां. जानबूझकर मंत्री और नेता अंजान बन रहे हैं. जबकि हर बार उन्हें ज्ञापन दिया जाता है. उनके चेंबर और आवास में जाकर लोग मिलते हैं. फिर भी उनकी पीड़ा नहीं सुनी जा रही है. ऐसा लग रहा है जैसे उन्हें उपेक्षित किया जा रहा है. जल सहियाएं काफी गुस्से में नजर आ रही थी.