रांची। आखिरकार झारखंड लोक सेवा आयोग को नया अध्यक्ष मिल गया. राज्य सरकार ने अमिताभ चौधरी के सेवाकाल समाप्त होने के बाद से रिक्त जेपीएससी अध्यक्ष पद पर सेवानिवृत्त आईएएस मेरी नीलिमा केरकेट्टा को पदस्थापित करने का निर्णय लिया है . महाराष्ट्र कैडर की मैरी नीलिमा केरकेट्टा स्वास्थ्य सचिव सहित विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी निभा चुकी हैं. लंबा प्रशासनिक अनुभव के बाद वो सेवानिवृत्त हो चुकी हैं. इनके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सहमति दे दी है. जल्द ही इस संबंध में औपचारिकता पूरी कर अधिसूचना जारी की जाएगी.
जेपीएससी में अध्यक्ष नहीं होने से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन, इंटरव्यू और परीक्षा संबंधी निर्णय नहीं हो पा रहे थे. हालांकि, जेपीएससी में सदस्य के तीन पदों पर डॉ अजिता भट्टाचार्य, प्रो अनिमा हांसदा और डॉ जमाल अहमद कार्यरत हैं. पर नियमावली के अनुसार जेपीएससी के संचालन का मूल दायित्व जेपीएससी अध्यक्ष का है. इस कारण परेशानी हो रही थी. कार्मिक विभाग ने मुख्यमंत्री को अगले अध्यक्ष के मनोनयन का प्रस्ताव दिया था. प्रस्ताव में अपर मुख्य सचिव के के खंडेलवाल, शिशिर कुमार सिन्हा, दिलीप टोप्पो, चंद्रमोहन प्रसाद कश्यप, डॉ माधव शरण सिंह, मेघू बड़ाईक व अन्य के नाम हैं दिये थे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मांडर की नवनिर्वाचित विधायक शिल्पी नेहा तिर्की को जनजातीय परामर्शदात्री परिषद का सदस्य मनोनीत किया है. मनोनयन के पश्चात विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शिष्टाचार मुलाकात की. उन्होंने जनजातीय परामर्शदात्री परिषद यानी ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल का सदस्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और धन्यवाद दिया. इस मौके पर उन्होंने मांडर विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए नए कॉलेज खोले जाने और सड़कों की मरम्मत और नए सड़क निर्माण की दिशा में पहल करने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दिशा में जल्द सकारात्मक पहल की जाए.