केवल नक्सल अभियान ही नहीं सामाजिक कार्यों में भी अव्वल है राज्य की पुलिस

रांची । झारखंड पुलिस एवं सीआरपीएफ के संयुक्त बलों द्वारा प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन भाकपा माओवादी के विरुद्ध उनके गढ़ बूढ़ा पहाड़ में रणनीति ऑपरेशन ऑक्टोपस चलाया जा रहा है. उक्त अभियान के क्रम में माओवादियों की सुरक्षित पनाहगाह घोर उग्रवाद प्रभावित तिसिया गांव में संयुक्त बलों द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम आयोजित कर ग्रामीणों के बीच स्कूल बैग, किताबें, कॉपी, और अन्य अध्ययन सामग्री वितरित की गई. साथ ही ग्रामीणों के बीच फुटबॉल, जर्सी, जूते भी वितरित किए गए, तथा फुटबॉल का मैदान भी तैयार किया गया. सुरक्षा बलों द्वारा ग्रामीण के लिए अस्थाई रूप से टीन शेड का एक स्कूल एवं एक क्लब का निर्माण किया जा रहा है, जो कल तक बनकर तैयार हो जाएगा. पूरे गांव में एक भी टीवी नहीं है, इसलिए ग्रामीणों के लिए टाटा स्काई कनेक्शन युक्त टीवी साथ मे टेबल और कुर्सियां भी दी गई है. सीआरपीएफ झारखंड के अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया, ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच के लिए एक चिकित्स शिविर का आयोजन कर चिकित्सा सहायता भी प्रदान की गई. सुदूर क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा किए गए इस कार्य की स्थानीय लोगों ने काफी सराहना की, ज्ञात हो कि पिछले दिनों झारखंड पुलिस एवं संयुक्त बलों द्वारा बूढ़ा पहाड़ के तिसिया और नवाटोली के पास बूढा नदी पर आवागमन के लिए ह्यूम पाइप एवं सैंडबर्ग से पुल का निर्माण किया गया. झारखंड पुलिस सीआरपीएफ द्वारा लगातार नक्सलियों के विरुद्ध अभियान के सामुदायिक पुलिस कार्यक्रम आयोजित कर स्थानीय लोगों की समस्याओं के समाधान करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.

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