दुमका। दुमका पीड़िता की बड़ी बहन ने नौकरी का दिया गया लेटर वापस कर दिया है. भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी है. दी गई जानकारी के मुताबिक पीड़िता के परिजनों को उम्मीद थी कि उन्हें मुआवजा के रूप में सरकारी नौकरी दी जाएगी पर ऐसा हुआ नहीं. दुमका विधायक ने 11 सितम्बर को जो लेटर थमाया था, वह प्राइवेट नौकरी का था, वह भी कांट्रेक्ट पर. इससे नाराज बहन ने इस लेटर के आधार पर नौकरी से इंकार कर दिया है. प्रतुल के मुताबिक यही इस सरकार की असलियत है. कम से कम पीड़ित परिवार के साथ ऐसा मजाक नहीं होना चाहिए.
दुखों को कम करने का प्रयास
आपको बता दें कि पिछले दिनों दुमका में सोते समय एक सिरफिरे युवक द्वारा जला कर एक नाबालिग लड़की को जला कर उसकी हत्या कर दी गई थी. इसके बाद राज्यभर में इसे लेकर बवाल मचा था. फिर 11 सितम्बर को दुमका विधायक बसंत सोरेन ने जरूवाडीह की उस पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की थी. पीड़िता की बड़ी बहन को एक नियुक्ति पत्र दिया था. उम्मीद जताई थी कि इससे परिजनों का दुख कम करने में मदद मिलेगी. इस अवसर पर जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे.
अभियुक्त गिरफ्तार
नाबालिग की हत्या मामले में मुख्य अभियुक्त शाहरुख़ और अन्य को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. मामले की पड़ताल जारी है.