रांची । राज्य सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी नौशाद आलम पर लगे आरोपों से मुक्त करते हुए उनके खिलाफ चल रहे विभागीय कार्यवाही को समाप्त कर दिया है. इस संबंध में गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है. तत्कालीन डीएसपी हजारीबाग व वर्तमान में ग्रामीण पुलिस अधीक्षक रांची नौशाद आलम पर डीएसपी के पद पर रहते हुए हजारीबाग में आरोप लगे थे. उनके उपर 13 दिसंबर 2017 को आरोप गठित किया गया था जिसमें हजारीबाग सदर थाना कांड संख्या-174,95 के तहत 31 मई 1995 में फरार अभियुक्त जेडी नंदी उर्फ जयंत दलाल नंदी को गलत रूप से मृत दिखाते हुए प्रतिवेदन देकर उन्हें लाभ पहुंचाने, न्यायालय को दिग्भ्रमित करने एवं वरीय पदाधिकारियों को अंधकार में रखने संबंधी प्रथमदृष्टया आरोप सत्य पाया गया था.
मामले पर राज्य सरकार ने 2018 में विभागीय कार्यवाही चलायी, जिसमें जांच संचालन पदाधिकारी ने अपना प्रतिवेदन सरकार को सौंपा है. जांच संचालन पदाधिकारी के प्रतिवेदन के आधार पर यह पाया गया कि नौशाद आलम पर जो आरोप लगे थे वह सही नहीं थे. ऐसे में सरकार ने सम्यक रूप से विचार करते हुए तत्कालीन पुलिस उपाधिक्षक मुख्यालय-प्रथम हजारीबाग सम्प्रति पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रांची को आरोपमुक्त करते हुए विभागीय कार्यवाही को निस्तार करने का आदेश दिया है.