रांची। हजारीबाग में भाकपा का 7वां राज्य सम्मेलन नए राज्य सचिव के रूप में महेंद्र पाठक को चुने जाने के साथ रविवार को संपन्न हुआ. सम्मेलन में पूरे झारखंड से 204 डेलीगेटों ने भाग लिया. वही मुख्य पर्यवेक्षक के तौर से राष्ट्रीय सचिव मंडल के रमेंद्र कुमार,नागेंद्र नाथ और डॉo भालचंद्र कांगो उपस्थित रहे.सम्मेलन में 45 सदस्यों वाले राज्य परिषद का भी गठन किया गया. तो वहीं सम्मेलन में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में 14 से 18 अक्टूबर तक होने वाले महाअधिवेशन के लिए 11 डेलीगेट का चयन भी किया गया. सम्मेलन में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ संगठन को धारदार बनाने की भी बात कही गई. पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने देश के अंदर पूंजीपतियों के पक्ष में नीति बनाकर देश को कारपोरेट गुलाम बनाने का काम कर रही है. इस विरोध में वामपंथ मुखर होकर आवाज तेज कर रहा है.
7 नवंबर को राजभवन के समक्ष विशाल धरना
इस मौके पर पूर्व सांसद व निवर्तमान राज्य सचिव भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार की उद्योग नीति, किसान विरोधी, छात्र नौजवान विरोधी नीतियों से जनता परेशान है. इसकी लड़ाई भाकपा लड़ रही है. इन मुद्दों को लेकर आगामी 7 नवंबर को झारखंड राजभवन के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा.सम्मेलन में मुख्य रूप से राष्टीय सचिव भाकपा कॉ. रमेंद्र कुमार, कॉ. भालचंद कांगो, कॉ. नागेंद्र नाथ ओझा, पूर्व सांसद भुनेश्वर मेहता, नए राज्य सचिव महेंद्र पाठक, के डी सिंह, राजेंद्र यादव कनाई माला पहाड़िया, इंद्रमणि देवी, पशुपति कोल, सुरपत सिंह, रुचिर तिवारी, अजय सिंह, विष्णु कुमार, फरज़ाना फारूकी, मनोज महतो, सीमा राय, मंगल ओहदार, सोनिया देवी, अगता पन्ना, प्रकाश रजक , महादेव राम, गणेश महतो, लखनलाल महतो, नेमान यादव, विंध्याचल बेदिया, मनोज पहान, राजेंद्र प्रसाद, मेवालाल, कयूम मालिक, चांद खान इत्यादि उपस्थित रहे.