रांची। पलामू के सतबरवा थाना क्षेत्र में एक विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी ने राज्य की कानून व्यवस्था और खासकर महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. जिस पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि वो अपने शासनकाल को याद करें.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर सरकार की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगता है कि एक के बाद एक राज्य के हर जिले में दुष्कर्म की घटनाएं घट रही हैं. यह राज्य की महिलाओं के मन में असुरक्षा की भावना भरने के लिए काफी है. प्रदीप सिन्हा ने कहा कि अगर राज्य सरकार इस तरह की जघन्य घटनाओं को रोकने के लिये संवेदनशील होती और कठोर कार्रवाई होती. निश्चित समय पर अपराधियों को सजा मिलना सुनिश्चित होता तो दुष्कर्म जैसे जघन्य कुकृत्य में शामिल लोगों में खौफ होता पर सरकार की विधि व्यवस्था को लेकर ढुलमुल नीति की वजह से अपराधियों का मनोबल बढ़ा है और राज्य की बहन बिटिया खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
प्रदीप सिन्हा ने कहा कि पिछले एक साल में राज्य में महिलाओं के प्रति हिंसा और अपराध के बढ़े मामले चौंकाने वाले हैं और शर्मसार करने वाले हैं. सरकार को चाहिये कि अपराध और खासकर महिला के प्रति होने वाले अपराध पर कठोरता से कार्रवाई करें.
वहीं पलामू में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को निंदनीय और घटना के बाद पुलिस द्वारा आरोपियों की तेजी से गिरफ्तारी का हवाला देकर झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि भाजपा के नेता भूल गए कि डबल इंजन के रघुवर राज में विधि व्यवस्था की क्या स्थिति थी. कैसे लोगों की मॉब लिंचिंग की जाती थी. राकेश सिन्हा ने कहा कि भाजपा के नेता भूल गए कि कैसे एक दुष्कर्म पीड़िता के पिता को मुख्यमंत्री रहते रघुवर दास ने दुत्कारा था. इसलिए भाजपा के नेता बयानबाजी न कर अपने दिनों को याद करें क्योंकि इस सरकार में अपराधी पर पुलिस प्रशासन तुरंत कार्रवाई करती है.