राधानगर थाना क्षेत्र में तेजी से बड़ रहा है नशा का कारोबार,युवा रजनीगंधा में मिलाकर लें रहे हैं ड्रग्स
उधवा/साहिबगंज (उजाला)।जिले के राधानगर थाना क्षेत्रों में इन दिनों नशे का कारोबार चरम पर है। देश के भविष्य कहे जाने वाले युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में हैं।नयी पीढ़ी के युवा तेजी से नशे की लत का शिकार हो रहे हैं। नशाखोरी का शिकार हो चुके युवा अपने साथ ही अपने परिवार के लिए भी मुसीबत बन रहे हैं। नशे की लत में पड़कर अपनी सेहत, शोहरत, पैसा और प्रतिष्ठा तक दांव पर लगाने को तैयार हैं। नशे की लत का शिकार होने वाले सर्वाधिक युवा हैं, जिनकी उम्र 18-35 साल है। कई युवाओं की इन बुरी आदतों के चलते उनका परिवार बर्बादी की कगार पर आ गयी है। जिले के राधानगर थाना क्षेत्रों में धड़ल्ले से अफीम, ब्राउन शुगर, गांजा, अवैध शराब जैसे कारोबार काफी फल फूल रहा है।नशा के आदी युवा अब सड़कों पर छिनतई, लूट, चोरी और अन्य आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने पर विवश हो गए है।
युवा तेजी से नशे की लत का शिकार हो रहे हैं |
मादक पदार्थों की वजह से कई युवा नशे की जद में आ गए हैं।बच्चों को उचित घरेलू शिक्षा नहीं मिल पाती जिस कारण वे रास्ता भटक गलत रास्ते पर चल पड़ते हैं। जिसके कारण वे मादक पदार्थों का सेवन करने लगते हैं। पहले इसका सेवन फैशन या शौक से किया जाता जो अब धीरे-धीरे इसके आदि होते जा रहे हैं। एक युवा वर्ग ऐसा भी है, जो प्रतिदिन नस में नशे की सूई लेता है। कोकीन, कैफीन, हीरोइन जैसे नशीले, गांजा, तबाकू, गुटखा और खतरनाक पदार्थ की चपेट में आ रहे हैं। कई ऐसे जगह हैं जहां सुबह से लेकर शाम तक नशेड़ी नशा लेने के लिए भीड़ लगाए रहते हैं। इन नशे में युवाओं में अधिकतर कालेज छात्र भी शामिल हैं। युवाओं के रगों में नशा इस कदर बसते जा रहा है की शराब और सिगरेट ही नहीं बल्कि गांजा, कोकीन, चरस, हेरोइन, डेंडाराइट, स्मैक सहित अन्य नशीली दवाई का सेवन करते नजर आ रहे है। नशे की आग में युवाओं की जवानी सुलग रही है। नशे में पीडि़त ये कम उम्र के युवा चोरी, मारपीट, छिनतई एवं लूटपाट जैसे अपराध की घटना को अंजाम दे रहे हैं। चंद रुपये की लालच में ये अपराध करते हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो चोरी, लूटपाट सहित अन्य वारदात में युवा वर्ग ज्यादा शामिल है। पुलिस प्रशासन को इस पर संज्ञान लेकर मादक पदार्थों के विरुद्ध नकेल कसने की जरूरत है।