उधवा/साहिबगंज (उजाला)। प्रखंड क्षेत्रों में लगातार तीन दिनों से झमाझम बारिश होने से लोगों को गर्मी से निजात मिली।वही झमाझम बारिश से दियारा की सड़कों की हालत बदतर है। बारिश से कई सड़कें जलमग्न हो जाने से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है।जानकारी के अनुसार प्रखंड के पश्चिम प्राणपुर पंचायत की कई सड़कों में कीचड़ होने से आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। उक्त पंचायत के ग्रामीण अब भी जर्जर व कच्ची सड़क की समस्या को लेकर दंश झेल रहे है। यहां हल्की-फुल्की बारिश में ही इन जर्जर सड़को से होकर गुजरने पर लोगो की कई परेशानी से जूझना पड़ता है। उक्त पंचायत के सबसे व्यस्ततम गोहाटी बाजार से बोराक टोला को जोड़ने वाली सड़क की स्थिति इन दिनों भयावह बनी हुई है। कई गावों को जोड़ने वाली इस सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों लोग आवागमन करते हैं। दिनभर छोटी-बड़ी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। फिर भी जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक इसकी सुध नहीं ली है। सड़क में जगह-जगह बने गढ्डे व उबड़-खाबड़ सड़क इसकी जर्जरता को खुद बयां करती है।
सड़क जर्जर होने के कारण दोपहिया व छोटे वाहन चालकों को तो भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में तो सड़क की हालत और भी नरकीय हो जाती है। जगह-जगह टूटी सड़क कई जगह तो पूरी तरह कीचड़मय हो जाती है। जिससे होकर निकलना लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। इस सड़क की निर्माण को लेकर दशकों से ग्रामीणों की मांग रही हैं। लेकिन नेता व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण यहां के लोगों को पक्की सड़क नसीब नही हो पाई है। सड़क की हालात दशकों से जर्जर अवस्था में हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार त्योहारों के समय श्रम दान कर व समाजसेवीयो ने अपनी निजी खर्च से बोरक टोला से गोहाटी बाजार तक की करीब 1 किलोमीटर लंबी सड़क पर डस्ट डलवाया हैं। सड़क के गड्ढों में डस्ट डालकर चलने योग्य बनाया जाता हैं फिर बारिश होते हैं सड़क की हालात जस की तस बन जाती हैं। स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण की मांग की है।