उधवा/साहिबगंज(उजाला)।पंचायती राज विभाग झारखंड सरकार के निर्देशानुसार मनरेगा अंतर्गत संचालित योजनाओं के सफल कार्यान्वयन हेतु रांची के केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान में गुरुवार को तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जानकारी के अनुसार तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में झारखंड के सभी जिलों के मुखियाओं ने भाग लिया। जिसमे साहिबगंज जिला अंतर्गत उधवा प्रखंड की दक्षिण पलाशगाछी पंचायत की मुखिया नफीसा खातून ने भी कार्यक्रम में उपस्थित हुई। वही प्रशिक्षण में बताया गया कि पंचायती राज विभाग द्वारा मनरेगा की 21 चिन्हित सेवाओं को डिजिटल पंचायत केंद्र के माध्यम से पंचायत भवन में ही उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य किया गया है।डिजिटल पंचायत योजना अंतर्गत राज्य के प्रत्येक पंचायत भवन में डिजिटल पंचायत केंद्र संचालित की जा रही है। जिसमे सीएससी ई गवर्नेंस सर्विस इंडिया लिमिटेड के वीएलई कार्यरत है। सीएससी को सूचना तकनीक से लैस एक विश्वसनीय वैध तथा सर्वव्यापी नेटवर्क के केंद्रों के रूप में स्थापित किया गया है।
जिसमे स्थानीय नागरिकों को सरकारी विभागों ,व्यापारियों संस्थानों,बैंकिंग,बीमा तथा शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा सूचना तकनीक के माध्यम से प्रदत्त सुविधाओं का लाभ मिल सके। योजना अंतर्गत पंचायत भवन में एक डिजिटल पंचायत की स्थापना में एजेंसी द्वारा एक समर्पित कर्मी वीएलई की सेवाएं उपलब्ध कराई जायेगी,जो मुखिया ,पंचायत सेवकों की योजनाओं के क्रियान्वयन में आवश्यक तकनीकी सहयोग प्रदान करेंगे, एवं इसके लिए विभाग द्वारा सीएससी -एसपीवी के अलग से राशि उपलब्ध कराई जायेगी। ताकि केंद्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को डिजिटल पंचायत केंद्र के माध्यम से पंचायत भवन में ही आम नागरिकों को उपलब्ध कराई जा सके।डिजिटल पंचायत केंद्र के माध्यम से राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का आम नागरिकों को लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। केंद्र में अकुशल श्रमिकों का पंजीकरण, अर्धकुशल/कुशल श्रमिकों का पंजीकरण, नए जॉब कार्ड जारी करना,जॉब कार्ड का नवीकरण,श्रमिकों का आधार व बैंक खाता को नरेगा सॉफ्ट में फ्रीज करना, महात्मा गांधी नरेगा कार्यों का नरेगा सॉफ्ट में प्रविष्ठि,कार्यों की स्वीकृति,कार्य के जियोटैग का पर्यवेक्षण,कार्य की मांग,जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र,कार्य आवंटन आदि सेवाओं का लाभ आम नागरिकों को उपलब्ध हो सकेगा।