कैरो कैरो—जिले के कैरो थाना क्षेत्र अंतर्गत टाटी में बीती रात दर्जनों की संख्या में जंगली हाथियों ने खूब उत्पात मचाया। कई घरों व खेती को किया नुकसान। लोग जान बचाकर इधर उधर भागते रहे और पूरा क्षेत्र भय के माहौल में रात गुजारा। मिली जानकारी और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सोमवार रात दर्जनों की संख्या में गितिलगढ़-खरता दक्षिणी कोयल नदी से बेड़ा होते हुए टाटी गांव में करीब 11 बजे के आसपास पहुँचा। जहाँ टाटी खरता रास्ते में सड़क किनारे अपने घर के अंदर राम मुंडा व उसकी पत्नी नीलम देवी सो रहे थे। जिसके बाद हाथियों की आने की आहट के बाद दोनों जगकर घर के अंदर ही दुबके रहे कि अचानक हाथी द्वारा एलबेस्ट्स को खींचकर गिरा दिया फिर लगातार पूरा दीवाल को गिराने लगा, इसी बीच दोनों पति पत्नी डर और साहस के बीच मात्र कुछ सेकेंड के लिए गिरा हुआ दीवाल के तरफ से ही चुपके से निकल कर गांव की ओर भाग निकले
। इधर राम मुंडा का पूरा घर सहित, ड्राम, बर्तन, खाद्य सामग्री सहित हजारों हजार का सामान पूरी तरह नष्ट हो गया। वहीं सामने में मंजू देवी का बना छोटा सा कमरा जिसमें मोटर पम्पसेट रखा था उसके एलबेस्ट्स को तोड़कर खेती को बर्बाद करते हुए जंगल किनारे बने सूगैन देवी के पूरा दीवाल को तोड़ दिया। हालांकि सूगैन देवी बताती है कि कुछ मिनट पहले हाथियों की आहट मिलते ही घर छोड़ दूसरे रास्ते गांव की ओर भागकर जान बचाई
। इतना ही नहीं गांव के एक व्यक्ति खुले में सो रहा था उसे हाथी द्वारा बालू छींटकर सामने से निकला तो वह आदमी सोने का नाटक कर अपनी जान बचा पाया। इधर मामले को लेकर अंचल अधिकारी छंदा भट्टाचार्य ने कहा कि पीड़ित द्वारा आवेदन जमा करने की बाद हल्का कर्मचारी से जांच कराकर मुआवजा के लिए बन विभाग को भेजा जाएगा। मामले पर बनक्षेत्र पदाधिकारी से बात करने की कोसिस की गई किन्तु फोन रिसीव नही होने के कारण बात नही हो सकी । वहीं बिभाग के सूरज ने बताया कि रात में सूचना मिलते ही टाटी पहुचंकर ग्रामीणों को जागरूक करते हुए हाथियों को भगाने का काम किया गया जिसमें मथुरा सिंह सहित थाना प्रभारी भी मौजूद थे। इधर जंगली हाथी के आने और घर एवं फसलों के बर्बाद करने से ग्रामीणों में भय व्याप्त है। लोग शाम होते ही घरों से निकलने से डर रहे हैं।