जमशेदपुर शहर के जाने माने स्क्रैप कारोबारी बबलू जायसवाल उर्फ ज्ञानचंद जायसवाल को जीएसपी घोटाला आरोप में गिरफ्तार किया गया है. जीएसटी विभाग बीते छह माह से बबलू की गतिविधि पर नजर बनाए हुए थी. बबलू को सोमवार की देर शाम पहले जीएसटी के साकची स्थित इंटेलिजेंस विभाग के कार्यालय में बुलाया गया. उससे कई बार बातचीत की गयी, उसके बाद उसको हिरासत में ले लिया गया. मंगलवार को उसे जेल भेज दिया गया. इसके पूर्व इस मामले में जीएसटी विभाग ने विक्की भालोटिया, अमित गुप्ता, सुमित गुप्ता और शिवदौड़ा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था जिनसे पूछताछ में बबलू का नाम सामने आया था(. इस मामले में मुख्य अभियुक्त रांची निवासी विवेक नरसरिया अब तक फरार है.
5000 करोड़ से ज्यादा का घोटाला आया सामने
मामले का खुलासा तब हुआ था जब जमशेदपुर की जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने जांच की. जांच में पाया कि जमशेदपुर में कई ऐसी कंपनियां है जिनमें फर्जी तरीके से लेनदेन किया जा रहा है. जांच के क्रम में पाया गया कि 100 से ज्यादा कंपनियां ऐसी हैं जिनमें फर्जी तरीके से लेनदेन हो रहा है. अब तक इन कंपनियों में तीन हजार से ज्यादा के लेनदेन सामने आए हैं. जमशेदपुर में ही 150 करोड़ रुपये से ज्यादा का जीएसटी घोटाला सामने आया है. इसके बाद एक टीम का गठन किया गया जिसमें सिनियर इंटेलिजेंस ऑफिसर रौशन कुमार मिश्रा, इंटेलिजेंस ऑफिसर दिनेश कुमार, राजीव रंजन और राजेश कुमार शामिल थे
सूत्रों की माने तो अब तक गिरफ्तार विक्की भालोटिया, शिवदौड़ा, अमित गुप्ता और सुमित गुप्ता ने 5000 करोड़ से ज्यादा का जीएसटी घोटाला किया है. वहीं बबलू ने 300 करोड़ से ज्यादा का जीएसटी घोटाला किया है. बबलू इनपुट टैक्स क्रेडिट के जरिए जीएसटी घोटाले को अंजाम देता था. बबलू जायसवाल लघु उद्योग भारती के सरायकेला-खरसावां जिलाध्यक्ष भी है