जमशेदपुर भारत की आध्यात्मिक शख्सियत माता अमृतानंदमयी मां, जिन्हें सब ‘अम्मा’ कह कर पुकारते हैं, के दिल्ली से सटे फरीदाबाद में स्थित अमृता अस्पताल का समाजसेवी अमरप्रीत सिंह काले ने दौरा किया. इस दौरान उन्होंने वहां के एडमिनिस्ट्रेटिव डायरेक्टर निजामृतानंद पूरी जी महाराज से भेंट की तथा वहां चलाये जा रहे सेवा कार्यों को समझा. वार्ता के दौरान श्री काले ने झारखंड के मरीजों का भी इलाज यहां करने की मांग की. जिसे एडमिनिस्ट्रेटिव डायरेक्टर ने सहर्ष स्वीकार कर लिया. काले ने कहा कि यह विडंबना है कि स्वतंत्र राज्य बनने के 24 साल बाद भी झारखंड स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में विश्वस्तरीय सुविधाओं से वंचित है. अक्सर यहां के लोगों को बेहतर इलाज के दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ता है. उन्होंने अमृता हॉस्पिटल के झारखंड में शाखा खोलने अथवा यहां के मरीजों की फरीदाबाद में स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की संभावनाएं भी तलाशी. अमरप्रीत सिंह काले ने मां अमृतानंदमयी के विचारों और किये जा रहे कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कामना की कि मां को भोलेबाबा और शक्ति प्रदान करे, ताकि बीमारियों से ग्रस्त मानवता की खूब सेवा हो सके |
.
135 एकड़ में स्थित है अस्पताल
भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने बताया कि 2,600 बिस्तरों की क्षमता वाले इस अस्पताल में 500 से भी ज़्यादा आईसीयू-सीसीयू है. यहां कैंसर का विश्वस्तरीय इलाज है. साथ ही लोगों को स्किल देने की ट्रेनिंग के साथ ही हजारों सेल्फ हेल्प ग्रुप्स की मदद की जाती है. 135 एकड़ में फैले हुए अस्पताल के चमचमाते हुए फर्श और व्यवस्थित मुख्य कक्ष में घुसते ही यह बिल्कुल भी महसूस नहीं होगा कि आप किसी अस्पताल में आए हैं. यहां प्रवेश करते ही चाहे सुरक्षाकर्मी हो या अस्पताल का कोई अन्य स्टाफ वह ‘नमः शिवाय’ कह कर स्वागत करता है. इतने बड़े और सुनियोजित अस्पताल में कहीं भी भीड़ नहीं दिखाई देगी. इस अस्पतालों में सभी को इस बात पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा जाता है कि मरीजों का सेवा भाव से ही इलाज किया जाए. किसी को भी अमीर या गरीब समझ कर किसी भी तरह का भेदभाव न किया जाए. अन्य महंगे निजी अस्पतालों की तुलना में यहां मरीज का पंजीकरण शुल्क मात्र 50 रुपये है, जो आजीवन है. यहीं किसी भी डॉक्टर को दिखाने के लिए ओपीडी चार्ज मात्र 400 रुपये है. अस्पताल के संचालन में लगे सभी वरिष्ठ अधिकारी यहां सेवा भाव से कार्य करते हैं. यहां सभी व्यक्ति विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए अनुभवी लोग हैं जो अम्मा के प्रति समर्पित हैं. ये सभी अस्पताल की व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी को प्रेरित करते हैं