-डॉक्टर सोहेल अनवर ड्यूटी से थे नदारद ,उपस्थिति पंजी जब्त
साहिबगंज(उजाला)।मंलवार को बरहरवा सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में स्थानीय लोगों व मरीज के परिजनों के द्वारा हंगामा किया गया,जिसका प्रमुख कारण डॉक्टर की लारवाही के कारण एक वृद्ध की जान जाना बताई जा रही है,मिली जानकारी के अनुसार बरहरवा नगर पंचायत के वार्ड पार्षद शकील परवेज अपने बुजुर्ग पिता:-हाफिज सईद (80 वर्ष) ग्राम-बंगालीपाङा की तबियत बिगड़ने लगी,उन्हें साँस लेने में तकलीफ हो रही थी साँस फूल रही थी,आनन फानन में मरीज को ईलाज के लिए बरहरवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर लगभग 3 बजे अपराह्नण को पहुँचे, परन्तु हमेशा की तरह अस्पताल की लापरवाही और मनमानी के कारण डॉक्टर अस्पताल में उपस्थित नहीं थे,अस्पताल के रोस्टर ड्यूटी में अंकित नियमों के अनुसार उस समय ड्यूटी डॉक्टर सोहेल अनवर की थी परन्तु डॉक्टर सोहेल अनवर ड्यूटी से नदारद थे,साथ ही अस्पताल में दिए गए नम्बर पर फोन लगाने पर डॉक्टर को फोन भी नहीं लग पा रही थी जो लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना हरकत का पुख्ता सबूत है,3:30 बजे तक डॉक्टर से सम्पर्क नहीं हो पाया, तत्पश्चात 3:35 PM को डॉक्टर सरिता टुडू अस्पताल पहुँची और मरीज की जाँच कर मरीज को मृत घिषित कर दिया।
मृतक के परिजनों ने अस्पताल की मनमानी को लेकर किया हंगामा
बरहरवा सीएससी के चिकित्सकों की मनमानी को लेकर मृतक मरीज के परिजनों व स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया,उनका कहना है बरहरवा सीएससी की मनमानी चरम सीमा पर पहुँच गई है,रोजाना का यही रोना है अस्पताल में डॉक्टर मौजूद नहीं होकर अपने अपने प्राइवेट क्लिनिक खोलकर बैठे है ,जिसके कारण ये समस्या और बढ़ गई है,मरीज आते है और अस्पताल2 में इलाज के अभाव से मर जा जाते है,मामले की जानकरी मिलते ही बरहरवा प्रखण्ड बिकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी सन्नी कुमार दास बरहरवा थाना प्रभारी सुमित कुमार सिंह दल बल के साथ अस्पताल पहुँच मामले की जानकारी लेकर हंगामा कर रहे लोगो को समझा बुझाकर शान्त किया।थाना प्रभारी ने शव को कब्जे में लेकर विधिवत पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।वहीं बीडीओ सन्नी कुमार दास ने अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों की उपस्थिति पंजी की जाँच की जिसमें डॉक्टर सोहेल अनवर दो दिनों से अनुपस्थित पाए गए,उपस्थिति पंजी रजिस्टर को तुरंत जब्त कर जाँच हेतु बरहरवा थाना प्रभारी के सुपुर्द गया है।इधर खबर लिखे जाने तक चिकित्सक सोहेल अनवर अस्पताल नहीं पहुँचे थे।