कोलेबिरा:- प्रखंड क्षेत्र के बरसलोया ग्राम में जगन्नाथ मंदिर से रथ में सवार हुए भगवान जगन्नाथ,बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र।हरी बोल के जयकारे के साथ निकली रथयात्रा,भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के मौके पर भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के तीनों विग्रहों को अष्टरूढ़ा रथ पर सवार कर भक्तों ने हरी बोल जय घोष के साथ खींचते हुए आगे बढ़े, भगवान की पुजा अर्चना कर क्षेत्रवासियों की सुख-समृद्धि और शांति की कामना की गई
कोलेबिरा प्रखंड के बरसलोया में 1947 से भगवान जगन्नाथ की पूजा एवं रथ यात्रा निकलती आ रही है।वर्तमान में
पुजारी पंडित बंशीधर पंडा ने बताया कि 1947 में जमींदार स्व. हरि सुरेश सिंह एवं उनके पूर्वज स्व. नीलकंठ पंडा
द्वारा भगवान जगन्नाथ की पूजा एवं रथ यात्रा की शुरुआत कराई गई थी।जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। उन्होंने बताया कि जमींदार के निधन के बाद पुत्र स्व. बिहारी शरण सिंह,स्व. लक्ष्मण
सिंह एवं पुजारी स्व बानेश्वर पंडा एवं पुरुषोत्तम पंडा काफी दिनों तक पूजा करते रहे। 1962 में पुजारियों के बंटवारे
के बाद वर्तमान में अमित सिंह एवं पुजारी बंशीधर पंडा द्वारा संचालित किया जा रहा है।रथ यात्रा के पहले दिन भगवान
का नेत्र दान कार्य किया गया, रथ यात्रा को लेकर बरसलोया ग्राम वासियों में काफी उत्साह देखा गया,इस अवसर पर बरसलोया बाजार टांड़ में मेला का भी आयोजन किया गया,रथ जगन्नाथ मंदिर से चलकर मौसीबाड़ी से पहले बाजार टांड़ में लगे रथ मेला को जाता है जहां भक्तगण अत्यंत श्रद्धा और भक्ति भाव से लोग भगवान जगन्नाथ की पूजा करने के लिए पहुंचते हैं साथ ही मेला का भी लुफ्त उठाते हैं,बरसलोया रथ यात्रा के वर्तमान पुजारी श्री वंशीधरपांडा,दीलिप पंडा, वर्तमान रथ संचालक लखेश्वर पंडा व वर्तमान गजपति अमित सिंह व सुरज पंडा हैं