शिक्षक राष्ट्रनिर्माता है लेकिन झारखण्ड सरकार सौतेला व्यवहार करती है :मणि उरांव (जिला अध्यक्ष )
लोहरदगा : प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघर्ष मोर्चा के तत्वधान में एमएसीपी की मांग लेकर विगत 5अगस्त 24से ही अमरण अनशन किया जा रहा है इस निमित्त लोहरदगा जिला के शिक्षक गण जिला अध्यक्ष मणि उरांव की अध्यक्षता मे राँची जाकर अपना समर्थन और सहयोग दिया गया, इस सम्बन्ध मे जिला अध्यक्ष मणि उरांव ने बताया की शिक्षकों को परमोशन मिलने मे काफ़ी दिक्कत होती है चुंकि परमोशन प्रक्रिया इतनी जटिल है की सबको सही समय पर परमोशन मिलना संभव नहीं हो पाती है और शिक्षक सेवानिवृत भी हो जाते है ऐसे मे सरकार द्वारा भूतलाक्षी प्रभाव से परमोशन देती नहीं है जिससे शिक्षक 30 साल 40साल तक एक ही वेतनमान मे रहते है इससे आर्थिक नुकसान के साथ साथ मनोबल का भी काफ़ी नुकसान होता है एक शिक्षक राष्ट्रनिर्माता कहलाते है और जब एक राष्ट्रनिर्माता का मनोबल गिरा हुआ रहेगा तब ओ बच्चों का मनोबल कितना ऊँचा कर पायेगा इसलिए एमएसीपी देने की मांग झारखण्ड सरकार से की जा रही है ताकि सबको 10वर्ष 20वर्ष 30वर्ष मे स्वतः एक एक इन्क्रीमेंट की बढ़ोतरी के साथ परमोशन प्राप्त हो जायेगा और आर्थिक नुकसान भी नहीं होगा जबकि ये झारखण्ड के अन्य कर्मचारी को प्राप्त है इसलिए प्राथमिक शिक्षक इस बार आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड मे है और सीधे अमरण अनशन किया जा रहा है जिसका राज्य भर के शिक्षक सहयोग कर चट्टानी एकता का परिचय दे रहे है इसी निमित्त लोहरदगा के शिक्षक भी बारी बारी से राँची मे अमरण अनशन मे बैठे शिक्षक साथियो का मनोबल बढ़ाइएँगे