कुलबीर सिंह @झारखंड उजाला संवाददाता
सिन्दरी/धनबाद। अखिल विश्व गायत्री परिवार का सप्त सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत , गायत्री ज्ञान मंदिर सिंदरी के प्रांगण में पंचतत्व चिकित्सा के आचार्यश्री बृजमणि शास्त्री जी तथा उनकी सहयोगी टोली की उपस्थिति हुई। शास्त्री जी तथा टोली में आए गणमान्य भाई बहनों को गायत्री परिवार के परिजनों ने फूलों से एवं गायत्री मंत्र पटृ , चादर ओढ़ाकर सम्मानित किए सिन्दरी, अखिल विश्व गायत्री परिवार का सप्त सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत , गायत्री ज्ञान मंदिर सिंदरी के प्रांगण में पंचतत्व चिकित्सा के आचार्यश्री बृजमणि शास्त्री जी तथा उनकी सहयोगी टोली की उपस्थिति हुई। शास्त्री जी तथा टोली में आए गणमान्य भाई बहनों को गायत्री परिवार के परिजनों ने फूलों से एवं गायत्री मंत्र पटृ , चादर ओढ़ाकर सम्मानित किया,आचार्यश्री का व्याख्यान-सत्र कार्यक्रम का केंद्रबिंदु था।
तिलक-वंदन-स्वागत के पश्चात् आचार्यश्री ने पंचतत्वों की उर्जा पर विशेष चर्चा की। हमारे आसपास के वस्तुओं की वास्तविकता और उनसे जुड़ी उर्जा हमारे स्वास्थ्य में होने वाले लाभ और हानि के उत्तरदायी होते हैं। इन्हीं विशेष चर्चाओं के साथ कार्यक्रम का समापन दीपयज्ञ से हुआ।,आचार्यश्री का व्याख्यान-सत्र कार्यक्रम का केंद्रबिंदु था। तिलक-वंदन-स्वागत के पश्चात् आचार्यश्री ने पंचतत्वों की उर्जा पर विशेष चर्चा की। हमारे आसपास के वस्तुओं की वास्तविकता और उनसे जुड़ी उर्जा हमारे स्वास्थ्य में होने वाले लाभ और हानि के उत्तरदायी होते हैं। इन्हीं विशेष चर्चाओं के साथ कार्यक्रम का समापन दीपयज्ञ से हुआ