जिला निरीक्षण समिति के पांच सदस्यीय टीम जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार, डॉ बी के पांडेय,अनुरंजन कुमार संरक्षण पदाधिकारी संस्थानिक देखरेख,मनोरमा मिंज, सदस्य, सी डब्ल्यू सी और जय प्रकाश शर्मा ने किशोर न्याय( बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 के अंतर्गत जिले में संचालित बाल देखरेख संस्थाओं का निरीक्षण किया जिसमें बालिकाओं के लिए छतर बगीचा स्थित होप और 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए नदिया में विशिष्ट दत्तक ग्रहण अभिकरण ग्रामीण समाज एग्जाम कल्याण विकास मंच का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बाल देखरेख संस्थान में बालकों को देखभाल करने की स्थिति, सफाई, सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरे के क्रियाशील होने एवं भोजन मेन्यु के अनुसार दिये जाने संबंधित चर्चा की गई और कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
समिति के सदस्य शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बी. के. पांडेय के द्वारा आवासित बालकों का चिकित्सीय जांच की गई। जय प्रकाश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के लिए लोहरदगा में तीन बाल गृह का संचालन किया जा रहा है, जिसमें 6 वर्ष से छोटे बच्चों के लिए विशिष्ट दत्तक ग्रहण, 6 वर्ष से बड़े बालकों के लिए समर्पण और 6 वर्ष से बड़ी बालिकाओं के लिए होप संस्था है। जिले में कहीं भी किसी को यदि कोई अनाथ या गुमशुदा बच्चा मिले तो बाल कल्याण समिति या इन संस्थाओं से संपर्क किया जा सकता है या 1098 पर कॉल कर जानकारी दी जा सकती है। साथ ही जय प्रकाश शर्मा ने अपील की इन बेसहारा बच्चों के लिए कुछ सहयोग और सेवा हो सके तो करने का प्रयास करें।