झारखंड उजाला
बिरेंद्र तिवारी सिमडेगा ब्यूरो
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि सुशील मराण्डी प्रांत सह संगठन मंत्री वनवासी कल्याण केन्द्र, ज़िला निरीक्षक दीनबन्धु सिंह, विद्यालय के सचिव राजेश अग्रवाल, सह सचिव रिक्की अग्रवाल ने संयुक्त रूप से माँ सरस्वती,भारत माता, ओम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन पुष्पर्चान कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।सरस्वती वंदना समाप्ति के पश्चात् दशम कक्षा के बहनों के द्वारा आकर्षक स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।दशम कक्षा के बहनों द्वारा मंगलाचरण नृत्य कर सबका मन मोह लिया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दीनबंधु सिंह ने कहा की समाज में गुरु का स्थान सर्वोपरि हैं। गुरु को समाज का अगुआ कहा जाता है।और शास्त्र में तो गुरु को भगवान का दर्जा दिया गया है।
मुख्य अतिथि सुशील मराण्डी ने कहा कि गुरु समाज का नेतृत्वकर्ता है। शिष्यों को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है।और भैया बहनों को लक्ष्य निर्धारण कर पढ़ाई करने पर ज़ोर दिया।इस पावन अवसर पर भैया बहनों ने सभी गुरुओं,दीदी जी का पैर धोकर तिलक -चंदन और बैज लगाकर तथा पुरस्कार देकर सम्मानित किया। विद्यालय के अभिभावक प्रतिनिधि राजकुमार साहु के द्वारा सभी आचार्य दीदी को आकर्षक अंगवस्त्र प्रदान किया गया। गौतम जैन द्वारा 10 प्रति पतिया दिया गया।गुरु पूर्णिमा के पावन बेला में एक से बढ़कर एक नृत्य प्रस्तुत किया गया। शिखा एवम सहेलियों द्वारा रंगोबती ओड़िया नृत्य कर सबका मन मोह लिया। कक्षा दशम के भैयाओं द्वारा नागपुरी लोक नृत्य कर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया।छात्रावास के बहनों के द्वारा मैया यशोदा गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गया।
सोशल मीडिया का दुरुपयोग पर छात्रावास के बहनों ने नाटक प्रस्तुत कर सबकी आँखें खोल दी।मंच संचालन बहन पूजा कुमारी, बहन पायल कुमारी, और सुदर्शन कुमार ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के सचिव राजेश अग्रवाल जी का भी आशीर्वचन प्राप्त हुआ।धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य ने किया। इस अवसर पर श्री जगेश्वर सिंह, गणेश सिंह,प्रमोद पाणिग्रही, विमल टेटे,सुदर्शन कुमार,अर्जुन महतो,सुकरा सिंह, मनोज गोस्वामी,आशीष साहू,लक्ष्मी देवी, दशरथि कुमारी, यमुना कुमारी,दीक्षित कुमारी,प्रगति कुमारी,वसंती बड़ाईक, रश्मि प्रधान, निशी कुल्लु, रेखा कुमारी, रेखा देवी, शकुंतला कुमारी,लखवीर सिंह उपस्थित थे।