सेन्हा-लोहरदगा: जर्जर पथ की समस्या से तंग हो बरही केरा टोली के ग्रामीणों ने श्रमदान कर पथ जीणोद्धार कार्य में जुटे सरकार के विकास कार्यों पर उठाया सवाल विदित हो की सेन्हा प्रखंड क्षेत्र के सेरेंगहातू तोड़ार पंचायत के बरही केरा टोली के ग्रामीणों ने श्रमदान कर जर्जर पथ का जीणोद्धार कार्य में जुटे और सरकार व जनप्रतिनिधियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनावी प्रलोभन का शिकार हो आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में शोषण किया जा रहा है.वही बताते हुए कहा कि 20 वर्ष पूर्व मनरेगा मद से ग्रेड वन कार्य प्रखंड स्तर से कराया गया था.उसके बाद से हम सभी ग्रामीणों की समस्या को सुनने वाला कोई नही सरकार है.और जनप्रतिनिधियों को गांव की विभन्न समस्या से कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया है.गांव के सुनैना उराँव,सरिता उराँव,मालती उराँव,सुकरो उराँव, तथा जरकु उराँव,सचिन उराँव,सुरेश उराँव,बीरेंद उराँव,बंधनु उराँव सहित अन्य ग्रामीण महिला उपरुषो ने बताया कि जर्जर पथ की समस्या से जिला के उपायुक्त को कई बार लिखित आवेदन दे कर अवगत कराया गया |
परंतु आज तक सुनवाई नही हुआ.साथ ही बताया कि गांव में 60 घर की अवादी के बावजूद मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है.और ऐसी स्थिति में प्रसव को लेकर विमार व्यक्तियों के लिये भी समस्या बनी रहती है.सुनैना उराँव ने प्रसव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसे स्थिति में जो भी महिलाएं होती है. उसे अस्पताल ले जाने का समस्या बना रहता है.पेयजल की व्यवस्था नही है.सहित अन्य विभिन्न बिंदुओं पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए समस्या का निदान करने की मांग किया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जर्जर पथ जीणोद्धार कार्य के पूर्व ग्रामीणों ने गांव में बैठक कर पथ मरमती को लेकर आर्थिक व श्रमदान कर जगह जगह पर बने गढ़े तथा बड़े बड़े बोल्डर पत्थर के ऊपर मिटी मोरम देकर निर्माण करने का निर्णय लिया था.और रविवार सुबह से पथ जीणोद्धार कार्य मे सभी ग्रामीण महिला व पुरुष के अलावे छोटे छोटे बच्चे जुट हुए थे.जिससे गांव की समस्या को दूर किया जा सके.



