साहिबगंज(उजाला)।बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को भारत निर्वाचन आयोग ने मिलकर राज्य के राजमहल विधानसभा सिहित विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में डेमोग्राफी बदलने की शिकायत की है। इस दौरान उनके साथ नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, राजमहल विधायक अनंत ओझा, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू और प्रदीप वर्मा भी मौजूद थे। इस दौरान राजमहल विधानसभा क्षेत्र सहित विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में संपन्न विधानसभा चुनाव में बहुसंख्यक मतदाता का नाम डिलीट होने एवं समुदाय विशेष बाहुल्य मतदान केंद्र में मतदाता सूची में हुई अप्रत्याशित वृद्धि को लेकर जानकारी दी। राजमहल विधानसभा क्षेत्र में अति संवेदनशील बूथों पर वर्ष 2019 के अपेक्षा वर्ष 2024 में मतदाता संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के उच्च-स्तरीय जांच कराई जाए।
विशेषकर पश्चिमी बंगाल की सीमावती क्षेत्रों में मतदाता सूची में अप्रत्याशित वृद्ध हुई है, जो उच्च -स्तरीय जाँच का विषय है। राजमहल विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत कुल 383 बूथ हैं। कुल 383 बू्थों में से कई बूय ऐसे अति-संवेदनशील आबादी क्षेत्र से 2014 से 2019 कीतुलना में 2019 से 2024 के चुनाव में मतदाताओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि (लगभग10% से लेकर 100% तक) हुई है, जबकि कई बू्थों पर विगत चुनाव में हो रहे वृद्धि केअनुकूल आबादी वाले बूथों पर औसतन 0% से लेकर 1 0% तक (2014-2019 )की तरह सामान्य वृद्धि हुई। यह कि राजमहल विधान सभा क्षेत्र के मतदाता सूची के अवलोकन से विदित होता है कि कईबहुसंख्यक बू्थों में तो मतदाताओं की संख्या 2019 चुनाव की तुलना में वर्त्तमान वर्ष 2024 में 17 बूर्थों में घटेत्तरी (-) भी देखी जा सकती हैं। वर्त्तमान मतदाता सूची के अवलोकन से यह भी विदित होता है कि 01-राजमहल विधान सभाक्षेत्र के प्रखण्ड राजमहल और उधवा के अति-संवेदनशील क्षेत्र में मतदाता सूची में विभिन्नस्त्रोतों व माध्यमों से भारी अनियमितताएँ परिलक्षित दिखाई पड़ती है, जिन्हें चिन्हित करनाअति-आवश्यक प्रतीत होता है।
वर्ष 2024 के चुनाव में कई बूयों पर चुनाव के दिन 01 जून”2024 और मतदाता सूची केअवलोकन से विदित होता है कि हजारों मतदाताओं के नाम सूची से डिलीट कर दी गयी है या नहीं दर्शायी गई है, जो जाँच का विषय हैं। राजमहल विधान सभा क्षेत्र अन्तर्गत जिन बू्थों पर मतदाता सूची से नाम डिलीट कर दी गई है, इसकी लिखित शिकायत जिला निर्वाचन पदाधिकारी – सह- उपायुक्त, साहेबगंज के माध्यम से आपके पास प्रेषित की जा चुकी है। उक्त संदर्भ में अप्रत्याशित वृद्धि वाले बूथों के आसपास वाले बूथों पर भी इसी प्रकार की अप्रत्याशित वृद्धि हुई है, जो कि प्रथम द्रष्टया मतदाता प्रत्यर्पण का भी परिलक्षित नहीं हो पा रहा है,जो जाँच का विषय है।