झारखंड उजाला
बिरेंद्र तिवारी सिमडेगा ब्यूरो
सिमडेगा : जिले के प्रतिष्ठित मदर टेरेसा कॉलेज ऑफ नर्सिंग , बानो में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि बानो आरसी चर्च के फादर विजय विशिष्ट अतिथि डॉ सीमा टोप्पो को प्राचार्या जीएनएम एरेन बेक तथा प्राचार्या एएनएम प्रभा सुरीन द्वारा पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया । वहीं छात्राओं ने स्वागत गान गाकर, मंगलाचरण के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस मौके पर मुख्य अतिथि फादर विजय ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी आदिवासी संगठित होकर हर क्षेत्र में आगे बढ़े, अपने भाषा, संस्कृति का संरक्षण करते हुए गर्व महसूस करें। वहीं उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा कॉलेज ऑफ नर्सिंग से आदिवासी बच्चियां नर्सिंग प्रशिक्षण कर रोजगार प्राप्त कर रही है, जो जिला केेेे गौरव के रूप मेंं अपना पहचान बना रहा है। वहीं विशिष्ट अतिथि डॉ सीमा टोप्पो ने आदिवासी जीवन दर्शन से जीवन वृत्त में उतारने की बात कही। वहीं कॉलेज परिवार को धन्यवाद दिया।
निदेशक प्रह्लाद मिश्रा ने भी आदिवासी समाज पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने आदिवासी के अधिकारों की संस्कृति की उनके धर्म रक्षा हो इसके लिए आदिवासी दिवस मनाया गया । उन्होंने कहा की आदिवासी प्रकृति पूजक होते हैं और इनका सिर्फ इतिहास में ही नहीं वरन वेदों, पुराणों, रामायण और महाभारत में भी जिक्र है।आदिवासी के संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए कहा *सेन गे सुसुन, काजी गे दुरंग * आदिवासियों की संस्कृति जहां चलना ही नृत्य है और बोलना ही संगीत। आज आदिवासी समाज हरेक क्षेत्र में पूरे विश्व में अपना परचम लहरा रही है। मंच का संचालन सुजीता उरांव ने किया। प्राचार्या जीएनएम एरेन बेक , प्राचार्या एएनएम प्रभा सुरीन ने भी अपना संबोधन दिया। आज के कार्यक्रम में कोर्डिनेटर रविकांत मिश्रा ट्यूटर अल्बिना टोपनो,निभा खलखो, लीलावती सिंह, अमृता लवली जोजो, तनुप्रिया साहू, वंदना, लीलावती साहू ,मटिलदा तिर्की ,प्रिया कुमारी एवं सभी छात्राएं उपस्थित थी।