झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना पर विपक्ष राजनीति के तहत मां-बहनों को कर रहे हैं गुमराह |

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मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जी के द्वारा संज्ञान लेकर योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाईयों को देखते हुए किया गया आसान

अब ऑफलाइन भी जमा हो रहे मंईयां सम्मान योजना का फार्म, लगेंगे सिर्फ चार डॉकुमेंट

लोहरदगाः झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोहरदगा जिला अध्यक्ष मोजम्मिल अहमद ने झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना(जेएमएमएसवाई) को लेकर झामुमो जिला कार्यालय लोहरदगा में रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उन्होंने कहा कि झारखण्ड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का शुभारम्भ विगत दिनांक 03 अगस्त 2024 को किया गया। मुख्यमंत्री, झारखण्ड सरकार श्री हेमन्त सोरेन जी के द्वारा संज्ञान लेकर योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाईयों को दूर किया गया है। ताकि योजना का लाभ झारखण्ड की सभी माताओं-बहनों को मिल सके।उन्होंने कहा कि यह काफी खेदजनक है कि झारखण्डी जनों के हित को न देखते हुए विपक्ष इन योजनाओं पर भी राजनीति करते हुए आम जनों को गुमराह करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का मुख्य उ‌द्देश्य हमारे राज्य की बहनों को सम्मान और अधिकार प्रदान करना है।

इस योजना के तहत 21 से 50 वर्ष की आयु की बहनों को प्रतिमाह 1000 रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी, अर्थात प्रति वर्ष 12000 रुपये का सम्मान। 2. मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना धर्म और जाति से ऊपर उठकर सभी बहनों के लिए लागू की गई है। हमारी सरकार पूरे महिला समाज के उत्थान के लिए प्रयासरत है, ताकि हर बहन को उसका हक और सम्मान मिल सके। 3. जन्म से लेकर स्कूल और कॉलेज तक, हमने सभी आयु वर्गों के लिए योजनाएँ बनाई हैं। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के माध्यम से 50 साल तक की बहनों को सशक्त बनाने के हमारे प्रयास का एक महत्वपूर्ण कदम है। 4. बहनों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए हमारी सरकार ने योजना के फॉर्म को जिला प्रशासन के सहयोग से घर-घर तक पहुंचाया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने भी इस काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। 5. सरकार ने यह निर्णय लिया है कि किसी भी बहन-बेटी को फॉर्म के लिए दूर नहीं जाना होगा। इसीलिए हर पंचायत में विशेष कैंप लगवाए गए हैं। बहनें कैंप में फॉर्म जमा कर रही हैं, वहीं आधार कार्ड का सत्यापन और राशन कार्ड से मिलान भी किया जा रहा है। 6. 3 अगस्त से ऑनलाइन फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरु हुई थी। शुरू में तकनीकी समस्याएँ आई, लेकिन उन्हें अगले दिन ही ठीक कर लिया गया। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। पहले दिन सर्वर संबंधी कुछ दिक्कतें आई थी पर उसे दूसरे दिन ही ठीक करवा लिया गया था। 7.

दूसरे दिन से ही पंजीकरण की गति भी बढ़ गई थी। अब तक 16 लाख से अधिक बहनों ने अपना पंजीकरण करवा भी लिया है, जो एक बहुत अच्छी संख्या है। 8. कभी-कभी तकनीकी दिक्कतों के कारण बहनों को लंबा इंतजार करना पड़ता था। इस परेशानी को दूर करने के लिए सरकार ने निर्णय लिया कि योजना में पंजीकरण केवल ऑनलाइन नहीं, बल्कि ऑफलाइन भी होगा। 9. ऑफलाइन पंजीकरण को भी सरल कर दिया गया है। अब बहनों को केवल 4 दस्तावेज देने होंगे: एक पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड की कॉपी, बैंक पासबुक की कॉपी और राशन कार्ड की कॉपी। 10. वैसी बहनें जिनका किसी कारणवश राशन कार्ड में नाम नहीं है, उन्हें अपने पिता या पति के राशन कार्ड की कॉपी देनी होगी। 11. बीच में कई शिकायतें आ रही थीं कि निशुल्क फॉर्म के बदले पैसे लिए जा रहे हैं। जानकारी मिलने के बाद सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया गया है कि ऐसी कोई सूचना मिले तो तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करें।12. हमारी सरकार अपनी बहनों को सम्मान देने का कार्य कर रही है। अगर उन्हें लाभ मिलने में किसी भी प्रकार की अड़चन आएगी, तो उसे मैं व्यक्तिगत स्तर पर देखूँगा

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