कुलबीर सिंह @झारखंड उजाला संवाददाता
सिंदरी/ धनबाद। समूचे जगत की मानवता को एक सूत्र में पिरोने वाले साहब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का 421 वां प्रकाश पर्व बुधवार को सिंदरी गुरुद्वारा साहिब में गुरुद्वारा स्त्री सत्संग सभा के सौजन्य से बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी को फूलों से सुसज्जित किया गया था। प्रकाश प्रकाश पर्व के दिन सुबह से ही सभी धर्मों के भक्त गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष नतमस्तक होने पहुंच रहे थे।कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10:30 से 11.30 बजे तक गुरुद्वारा स्त्री सत्संग सभा द्वारा गुरूजी द्वारा रचित श्री सुखमणि साहिब का पवित्र सामूहिक पाठ का जाप किया गया, उपरांत सहज पाठ की समाप्ति की गई। 12:00 से 1:30 तक स्थानीय रागी जत्थों द्वारा कीर्तन दरबार सजाकर गुरबाणी का गायन किया गया। उपरांत सिंदरी गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथि ( पुजारी) सरदार बलवीर सिंह द्वारा गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष सबों की भलाई के लिए अरदास की गई और गुरु ग्रंथ साहिब में रचित गुरु का उपदेश सुनाया गया। 2:00 बजे से सभी श्रद्धालुओं ने पंगत में बैठकर लंगर प्रसाद ग्रहण किया।
गुरु ग्रंथ साहिब का संक्षिप्त इतिहास
इसी दिन1604 में अमृतसर के हरमंदिर साहिब में पवित्र ग्रंथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की स्थापना की गई थी। सिखों के पांचवें गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी ने गुरु ग्रंथ की रचना की थी। सिख समुदाय के दसवें गुरु गोविंद जी के अनुसार आज्ञा भई अकाल दी , तबे चलायों पंथ, सब सिखन को हुकम है ,गुरु मानयो ग्रंथ। अर्थात गुरु ग्रंथ साहिब जी ही सिखों के गुरु है।
मौके पर गुरुद्वारा प्रधान डॉक्टर स्मृति नागी, दविंदर कौर, जसपाल कौर, मनजीत कौर, प्रीत कौर ,प्रभजोत कौर, रीत कौर ,हरभजन कौर, हरजीत कौर ,सुरेंद्र कौर ,रीता कौर , हरदेव कौर,प्रेम सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह, लगजीत सिंह, बलबीर सिंह नागी, कुलबीर सिंह, हरेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, जगदीश्वर सिंह, गुरचरण सिंह पदम, सतविंदर सिंह, गुरचरण सिंह, इंद्रजीत सिंह, जसप्रीत सिंह रैनो सहित सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित थें
गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया |
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