कुलबीर सिंह@ झारखंड उजाला संवाददाता
सिंदरी/बलियापुर /धनबाद।बलियापुर प्रखंड के कुसमाटाड़ में झारखंड कला सांस्कृतिक मंच के बैनर तले गुरुवार को करम गीत नृत्य अखाड़ा का करम महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन मुख्य अतिथि प्रखंड उप प्रमुख आशा देवी ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर उप प्रमुख आशा देवी ने कहा कि करम पर्व झारखंड के महान प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक पर्व है और यह पर्व झारखंड, बंगाल, उड़ीसा और असम में विशेष रूप से मनाया जाता है। करम पर्व को सृजन शक्ति का प्रतीक और भाई बहन के प्रेम का परिचायक भी माना जाता है। करम पर्व में करमेती बहने जावा उठाती है और पूरे विधि विधान से नेग नियम का पालन करते हुए पांच दिन, सात दिन या नौ दिन जावा को गीत नृत्य के साथ जगाती है तथा करम गीत गाकर पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर देती है। आज के इस करम अखाड़ा में गांव टोलों के दर्जनों करम दलों ने भाग लिया और करम गीत और नृत्य करके दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर सभी दलों और प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। मौके पर प्रेमानंद महतो, पंसस नमिता देवी, पंसस चंदा देवी, शिक्षक स्वपन कुमार महतो, रवि कुमार महतो, मुकेश महतो, त्रिलोचन महतो, तूफान महतो, जितेंद्र महतो, राम महतो, शक्ति महतो, उत्तम गोराई, सूरज महतो, अक्षय, शंकर, विरोध, राहुल, हीरालाल, रूपा कुमारी, आशा, पूनम, सरिता, दीपाली, आरती, पुष्पा, अनीता आदि उपस्थित थी
कुसमाटाड़ में करम महोत्सव का आयोजन किया गया |
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