रामगढ़/गोला। रामगढ़ जिला में समावेशी शिक्षा के तहत प्रधानाध्यापक/ शैक्षिक प्रशासन/आंगनवाड़ी सेविका/अभिभावकों का जिलास्तरीय प्रशिक्षण 03 सितम्बर2024 से 20 सितम्बर 2024 तक संचालित किया जा रहा है। समावेशी शिक्षा उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम मेंसमावेशी शिक्षा उन्मुखीकरण प्रशिक्षण (क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट बाल विकास एवं मानसिक स्वास्थ्य संस्थान दीपशिखा रांची) की विशेष उपस्थिति रही।प्रशिक्षण के दौरान डॉ अनुराधा ने बताया कि किसी भी बच्चे के साथ इंटरवेंशन से पहले सही उम्र एवं सही परिस्थिति का आकलन बहुत ही अनिवार्य है। बच्चों की शारीरिक अवस्था ज्यादा होती है। पर उनके सोचने समझने की उम्र सीमा कम होती है। इसी कारण सामान्य बच्चों की तुलना में उनके कार्य करने एवं गतिविधियों में शामिल होने की परिस्थितियां अलग-अलग होती हैं देश के अंदर जनसंख्या का 2% दिव्यांगता से ग्रसित बच्चे हैं। पर उनकी पहचान नहीं होने के कारण आज भी मुख्य धारा से वे बच्चे नहीं जुड़ पा रहे हैं। स्लो लर्निंग डिसेबिलिटी यह एक ऐसी दिव्यांगता है। जिससे कई ख्याति प्राप्त लोग ग्रसित रहे हैं। उसके बावजूद उन्होंने अपने जीवन में बेहतरीन मुकाम हासिल किया है। जरूरत है उन बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार के क्षेत्र में सहयोग करने की अपील किया। दिव्यांग बच्चों की शीघ्र पहचान एवं शीघ्र हस्तक्षेप अभिभावक परामर्श काउंसिलिंग प्रशिक्षण दे। इस कार्यक्रम में जिले के सभी प्रखंड संसाधन सेवी सभी संकुल संसाधन सेवी सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी सभी प्रखंड प्रसार पदाधिकारी सभी रिसोर्स शिक्षक पॉवेल कुमार कुमारी सपना संजय राय राजेंद्र प्रसाद वासुदेव गंजू तपेश्वरी देवी प्रियंका कुमारी विनोद किस्कू ललिता कुमारी सुरेश राम समय पर उपस्थित हुए।
रामगढ़ जिला में आयोजित समावेशी शिक्षा के तहत उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे: डॉ अनुराधा वाट्स
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