पलामू: संविधान दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर एवं डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। प्रभारी प्राचार्य प्रो. राजकिशोर लाल ने अपने संबोधन में भारतीय संविधान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह हमारा गौरव है और हमें इसके प्रति जागरूक रहना चाहिए। हमारे देश में हर साल 26 नवंबर को भारत में संविधान दिवस मनाया जाता है। 26 नवंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया, जो 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ।भारतीय संविधान की प्रस्तावना एक संक्षिप्त और व्यापक परिचय है जो संविधान के दर्शन और उद्देश्यों को रेखांकित करती है। यह भारत की एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य होने की प्रतिबद्धता को उजागर करता है, जो स्वतंत्रता, समानता और धर्मनिरपेक्ष शासन सुनिश्चित करता है।प्रो. राजमोहन ने कहा कि भारतीय संविधान के इतिहास में पलामू का योगदान उल्लेखनीय है। उन्होंने बताया कि संविधान सभा के 284 सदस्यों में से 2 सदस्य पलामू जिले के लोग भी शामिल थे। प्रो. इंदु कुमारी ने संविधान को पढ़ने और समझने की आवश्यकता पर जोर दिया।कार्यक्रम का संचालन कर रहे पंचम कुमार ने सुझाव दिया कि भारतीय संविधान को विद्यार्थियों के सिलेबस में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि हर बच्चा इसे जान सके और इसका लाभ उठा सके। कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन प्रो. इंदु कुमारी ने किया। इस अवसर पर राजेश रजक, विजय यादव, दीपक कुमार, मनोज पासवान, सुनिल पासवान, शंकर राम सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे
जीसीपीए कॉलेज मे किया गया संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन
Views: 0