गिरिडीह। डुमरी थाना इलाके के सिमराडीह गांव में रविवार की देर शाम सेफ्टिक टैंक की सफाई के दौरान पति पत्नी दोनो की मौत हो गई. मृतकों की पहचान नारायण महतो के बेटे संतोष महतो और उसकी पत्नी यशोदा देवी के रुप में की गई है. टंकी से दोनों लोग को निकालकर पहले डुमरी के क्षितिज नर्सिंग होम पहुंचाया गया. लेकिन क्षितिज नर्सिंग होम से दोनों को डुमरी के मीना जनरल हॉस्पिटल पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने दोनों मृत घोषित कर दिया. इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूटा, और लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने मीना हॉस्पिटल के डॉक्टर और कर्मी का पिटाई कर दी. इस दौरान किसी तरह माहौल को शांत किया गया. ग्रामीणों के दबाव पर डॉक्टरों ने दोनों का ईसीजी टेस्ट किया. डॉक्टर ने ईसीजी टेस्ट में भी दोनों को मृत घोषित कर दिया.
जानकारी के अनुसार पहले संतोष महतो सेफ्टिक टैंक की सफाई के लिए उतरा. जब काफी देर तक बाहर नहीं निकला, तो उसकी पत्नी यशोदा देवी टैंक के भीतर घुसी. इसके बाद दोनों में कोई भी बाहर नहीं निकला. इस दौरान जब संतोष के दोनों बेटों आर्यन और कृष्णा ने माता-पिता को बाहर निकलते नहीं देखा तो दोनों रोने लगे. इसके बाद ग्रामीणों की भीड़ संतोष के घर में जुटी, और दोनों को किसी तरह बाहर निकाला. जानकारी के अनुसार संतोष अपने नए घर के टैंक की सफाई के लिए उतरा था, लेकिन जहरीले गैस के चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई.