लोहरदगा : पुलिस ने स्वर्ण व्यवसाई हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए शुक्रवार को जेल भेज दिया है। एसपी हरीश बिन ज़मां ने प्रेस वार्ता कर हत्याकांड का खुलासा किया है। एसपी ने बताया कि नगर कर ढोढा टोली निवासी मृतक संदीप सोनी के बड़े भाई निरंजन सोनी द्वारा 10 जुलाई को लोहरदगा थाने में लिखित आवेदन देते हुए संदीप के लापता होने की सूचना दी गई थी। दिए गए आवेदन में कहा गया था कि उनका सहोदर छोटा भाई संदीप सोनी उम्र करीब 20 वर्ष 10 जुलाई को सुबह 09:00 बजे अपनी स्कुटी सं० जेएच 08जे-5744 होण्डा एक्टीवा से लगभग दो लाख रुपये एवं सोने चांदी के आभूषण लेकर बिक्री करने के लिये सदर थाना के भुजनियां, ईटा, बरही की ओर गया था जो संध्या करीब 04:00 बजे तक लौट कर घर नहीं आया । मामले में पुलिस अधीक्षक द्वारा छापेमारी टीम का गठन किया गया। जिसका नेतृत्व समीर कुमार तिर्की पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय को सौंपा गया। 11 जुलाई को छापेमारी टीम को गुप्त सूचना मिली कि संदीप सोनी का स्कूटी बरही स्थित बैद्यनाथ लोहरा के ईंख खेत में गड्ढा खोदकर गाड़ा गया है। छापेमारी टीम द्वारा उक्त स्थल पर जाकर स्कूटी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी के समक्ष बरामद कर लोहरदगा थाना में सुरक्षार्थ लाया गया।
11 जुलाई को आवेदक द्वारा पुनः एक लिखित आवेदन दिया गया। जिसके आधार पर लोहरदगा थाना कांड सं0-144/24, दिनांक-11.07.2024, धारा-140 (2)/238 बी०एन०एस० 2023 अंकित किया गया। गुप्त सूचना एवं तकनिकी जांच में आये तथ्य के आधार पर 11 जुलाई 2024 की रात्रि में समीर कुमार तिर्की पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय के नेतृत्व में कुडू एवं लोहरदगा थाना के क्षेत्र में छापेमारी किया गया। इसी क्रम में कुडू थाना क्षेत्र एवं लोहरदगा थाना क्षेत्र से दो अपराधकर्मी को हिरासत में लिया गया। जिन्होंने पुछताछ में अपना जुर्म कबूल किया है। गिरफ्तार आरोपियों में सदर थाना क्षेत्र के इंटा गांव निवासी बैधनाथ लोहरा के 22 वर्षीय पुत्र शुभम लोहरा और सदर थाना क्षेत्र के भुजनिया गांव निवासी सज्जाद अंसारी में पुत्र 23 वर्षीय इबरान अंसारी शामिल हैं। तलाशी के क्रम में शुभम लोहरा और इबरान अंसारी के पास से एवं निशानदेही के आधार पर कांड से संबंधित साक्ष्य भी बरामदगी किये गए हैं। उन्होंने घटना के पीछे पैसों के लेन देन और लालच को कारण बताया है