पतरातू
अखिल झारखंड श्रमिक संघ के तत्वाधान में सोमवार को अल्ट्राटेक सीमेंट में कार्यरत कामगारों की बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक मे मुख्य रूप से यूनियन के केंद्रीय कोषाध्यक्ष चंदन कुमार उपस्थिति थे। विदित हो कि बीते 17 जुलाई 2024 को अल्ट्राटेक सीमेंट प्रबंधन एवं अखिल झारखंड श्रमिक संघ के प्रतिनिधिगण एवं अल्ट्राटेक सीमेंट में कार्यरत कामगारों के बीच वार्ता हुई थी। वार्ता में जो मुख्य मांगे थी बरनपुर (बीसीएल) में पे रोल पर कार्यरत कामगारों को अल्ट्राटेक सीमेंट में पे रोल पर समायोजित किया जाए। इस मांग पर अल्ट्राटेक सीमेंट (यूटीसीएल) प्रबंधन ने कहा वैसे भी मेन पावर अधिक है और सभी लोगों को कंपनी के पे रोल पर रखना संभव नहीं है साथ ही ये हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। अखिल झारखंड श्रमिक संघ के प्रतिनिधियों ने कहा जो फैक्ट्री एक्ट के अनुसार है।
उस नियम एवं कानून के साथ हमलोग भी सहमत हैं। तथा जो नियम नीति संगत है उसके साथ हम लोग भी चलने के लिए तैयार हैं। यदि बरनपुर (बीसीएल) में पे रोल पर कार्यरत कामगारों को अल्ट्राटेक सीमेंट (यूटीसीएल) में पे रोल में समायोजित करने हेतु निर्णय आपके अधिकार क्षेत्र में नहीं है तो आप हमारी इस मांग को अल्ट्राटेक सीमेंट के उच्च प्रबंधन के पास भेजें। इस पर अल्ट्राटेक प्रबंधन (यूटीसीएल) ने हमारी इस मांग को शीर्ष प्रबंधन के पास भेजने पर सहमति जताई थी। दूसरी जो प्रमुख मांग थी कि सभी कामगारों का वर्गीकरण किया जाए एवं उनकी योग्यता तथा कार्य कुशलता के आधार पर वेतन में बढ़ोतरी किया जाए। इस पर अल्ट्राटेक प्रबंधन ने कहा कि नवंबर माह में हमारा इस कंपनी को अपने हाथ में लिए 1 साल पूरा हो जाएगा। नवंबर माह के बाद सभी कामगारों के वेतन बढ़ोतरी का निर्णय लिया जाएगा।
इसके साथ ही सभी कामगारों को स्वास्थ्य सुविधा, डबल ओटी देने इत्यादि पर सहमति बनी। लेकिन अल्ट्राटेक प्रबंधन द्वारा जो वार्ता वृतांत मिनट्स तैयार किया गया है। उसमें इसका कोई उल्लेख नहीं है। इसलिए अखिल झारखंड श्रमिक संघ अल्ट्राटेक सीमेंट में कार्यरत सभी कामगार अल्ट्राटेक प्रबंधन द्वारा तैयार किए गए वार्ता वृतांत मिनट्स को हम खारिज करते हैं। और मांग करते हैं कि जिन मांगों पर सहमति बनी है और जो वार्ता में बातें हुई है। उनको मीनटस मे शामिल किया जाए। अन्यथा अखिल झारखंड श्रमिक संघ एवं अल्ट्राटेक में कार्यरत सभी कामगार आंदोलन करने के लिए लिए बाध्य होंगे। जिसकी सारी जवाबदेही अल्ट्राटेक प्रबंधन की होगी। उक्त बातों की जानकारी आजसू केंद्रीय महामंत्री सतीश सिन्हा द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दिया गया।