गोड्डा: जिले के केंद्रीय विद्यालय में बच्चे की जांच डॉ0 अजय नंद पाठक द्वारा द्वारा किया जा रहा था साथ में महिला डॉक्टर रूपा कुमारी और सोनाली भी उपस्थित थी।बताया गया कि एनीमिया रक्ताल्पता- खून की कमी को दूर करने हेतु यह एक समर्पित कैंप है जिसमे की T3 अर्थात टेस्ट(डिजिटल हिमोग्लोबीनोमीटर द्वारा) ट्रीट (आयरन फोलिक एसिड टैबलेट एवं आयरन सिरप द्वारा) और टॉक (समुदाय में एनीमिया के कारण एवं उनसे बचने के उपाय के बारे में चर्चा करना)इस अभियान का हिस्सा है। महिला चिकित्सक डॉ0 सोनाली ने कहा की किशोर-किशोरियों, महिलाओं एवं बच्चों में होने वाली रक्त अल्पता के लक्षणों एवं एनीमिया की कमी से नवजात बच्चों में होने वाली बीमारियों के बारे में चर्चा की गई एवं एनीमिया को दूर करने हेतु सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी गई ।
किशोरियों में मासिक धर्म स्वच्छता एवं उनसे संबंधित भ्रांतियां के बारे में चर्चा की गई। एनीमिया से बचने हेतु अपने भोजन में प्रयोग किए जाने वाले फल साग -सब्जी आदि के बारे में बताया गया एवं उनके पोषण मुल्यो के बारे मै बताया गया। महेन्द्र त्यागी(टीबी कार्यक्रम) द्वारा बच्चों को टीबी के लक्षणों के में बताया गया एवं टीबी की जांच हेतु स्क्रीनिंग भी की गई। इस कैम्प में कुल 690 लोगो की स्वास्थ्य जांच की गई तथा 105 को टीडी वैक्सीनेशन की गई,साथ ही अनीमिया जांच 565,टीबी स्क्रीनिंग 180 कुष्ठ स्क्रीनिंग 170,सिकल सेल 322, आंख की जांच 230 हुआ जिसमें 45 बच्चों में दृष्टि दोष पाया गया जिनको विभाग के द्वारा फ्री में चश्मा उपलब्ध कराया जाएगा तथा टीबी, लेप्रोसी, स्टाप डायरिया कैंपेंन, हेपेटाइटिस, सिकल सेल एनिमियाआदि नेशनल प्रोग्रामो की व्यापक प्रचार प्रसार की गई।
बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के अलावा आंख, वजन व लंबाई आदि की जांच की गई।केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य रजनीश कमल ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय संगठन के निर्देश पर प्रति वर्ष कम से कम दो बार छात्रों की मेडिकल जांच कराना जरूरी है।उन्होंने विद्यार्थियों को नियमित स्नान करने व अपने बाल व नाखूनों को छोटा रखने का निर्देश दिया तथा बच्चों को गर्मी में धूप से बचने की सलाह दी।घर से कुछ खा कर ही स्कूल आने की बात कही। उन्होंने छात्रों को मोबाइल से भी दूर रहने की सलाह दी। कहा कि मोबाइल का अधिक इस्तेमाल करने से न सिर्फ आंखों पर इसका बुरा असर पड़ता है।दिमाग पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। पढ़ाई में बच्चों का ध्यान भी नहीं लग पाता है।इस मौके पर पीएम सेंट्रल स्कूल के प्रिंसिपल रजनीश कमल, जिला शहरी स्वास्थ्य प्रबंधक श्री जयशंकर, अर्बन कम्यूनिटी फेसिलिटेटर प्रहलाद कुमार, शिक्षक मनोज कुमार,दिलीप चन्द्र झा, धनेश्वर रविदास, कुमुद रंजन, यास्मीन परवीन, फरजाना खातून,ए एन एम आराधना कुमारी,रीना कुमारी,मीरा कुमारी, अलबिना सोरेन, जुली, करिश्मा लेब टेक्नीशियन प्रभात झा आदि उपस्थित थे।