वीर सैनिकों को किया गया सम्मानित कारगिल विजय दिवस के रजत जयंती महोत्सव का हुआ आयोजन
सैनिक के लिए राष्ट्र ही सर्वप्रथम: डॉ चन्द्रशेखर
झारखंड उजाला
बिरेंद्र तिवारी सिमडेगा ब्यूरो
सिमडेगा:- वेटरन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ झारखंड एवं पूर्व सैनिक आर्मी, नेवी, एयर, फोर्स और पारा मिलिट्री संगठन के द्वारा सिमडेगा जिला शहर के डाक बंगला सभागार में 25 वीं कारगिल विजय दिवस मनाया गया तथा रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर कारगिल के शहिदों और योद्धाओं को शत् शत् नमन किया गया।25 वीं कारगिल विजय दिवस समारोह का मुख्य अतिथि वेटरन डॉ. चन्द्रशेखर पी सहित अन्य अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ चन्द्रशेखर किया गया। इस दौरान सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर शोल ओढ़ कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कारगिल युद्ध और अन्य युद्धों में अपनी वीरता से दुश्मन के छक्के छुड़ाने वाले वीरों और उनके परिजनों को पुष्प एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान विष्णु साहू ने कारगिल विजय दिवस के बारे में अतिथियों को संबोधन करते हुए बताया कि आज से 24 साल पहले करगिल की पहाड़ियों पर भारत के शूरवीर सैनिकों ने अपनी कुर्बानी देकर विजय हासिल की थी. भारत के जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों के मनसूबों को धूल चटाई और करगिल की चोटियों पर तिरंगा लहरा दिया. गर्व से भर देने वाले इस दिन को हम करगिल विजय दिवस के रूप में मनाते हैं.कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को उस ऐतिहासिक दिन को चिह्नित करने के लिए करगिल विजय दिवस मनाया जाता है.मुख्य अतिथि वेटरन आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. चन्द्रशेखर ने कहा कि एक सैनिक के लिए राष्ट्र ही सर्वप्रथम होता है। राष्ट्र के लिए सबकुछ भूलकर एक सैनिक अपनी जान की बाजी लगा देता है। उन्होंने कहा कि सौभाग्य से ही सैनिक बनने का अवसर मिलता है। कहा कि वह सैनिकों की हर समस्या के समाधान के लिए हमेशा तत्पर हैं।
वहीं वेटरन आर्गेनाईजेशन के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश कुमार ने वीर शहीदों के परिजनों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस दिशा में सक्रियता पूर्वक समाधान की पहल होनी चाहिए। समारोह में राउरकेला से आईं एम एल सी जे दास, शांतिबाला केरकेट्टा, अमरनाथ बामलिया, डी डी सिंह, हिलव्यू स्कूल के निदेशक समुद्रगुप्ता और कई पूर्व सैनिकों ने भी विचार व्यक्त किए।एन सी सी की संतोषी कुमारी ने बहुत प्रेरक कविता सुनाई।वेटरन आर्गेनाईजेशन सिमडेगा के विष्णु महतो ने कहा कि कारगिल विजय भारतीय सेना की एक बड़ी उपलब्धि रही है और इस जीत से हमेशा प्रेरणा मिलती रहेगी। इस अवसर पर कारगिल युद्ध मे अदम्य वीरता का प्रदर्शन करनेवाले सिमडेगा जिला निवासी रामरतन महतो, बेलस एक्का, विलियम सोरेंग को और शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया।