लोहरदगा। झारखण्ड सरकार की आत्मसमर्पण नीति नई दिशा के तहत प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) का एरिया कमांडर सूरजनाथ खेरवार पिता बालकिशुन खेरवार, साकिन बुलबुल, थाना पेशरार, जिला- लोहरदगा ने बुधवार को नवीन पुलिस केन्द्र में उपायुक्त वाघमरे प्रसाद कृष्ण, पुलिस कप्तान प्रियंका मीना, सीआरपीएफ कमांडेंट प्रभात कुमार संदवार के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया। नक्सली की आत्म समर्पण के साथ ही ऑपरेशन डब्ब बुल्स के खाते में एक और सफलता जुड़ गई। माओवादी एरिया कमांडर सूरजनाथ खेरवार के विरुद्ध लोहरदगा, गुमला, और लातेहार के पेशरार, सेरेंगदाग, बिशुनपुर, चन्दवा आदि विभिन्न थानों में मारपीट, षड़यंत्र रचने, जानलेवा हमला करने, सीएलए एक्ट, शस्त्र अधिनियम, यूएपी एक्ट आदि के तहत कुल आठ कांडों में नामजद अभियुक्त के रूप में दर्ज है। मौके पर उपायुक्त, पुलिस कप्तान, सीआरपीएफ कमांडेंट आदि ने संयुक्त रूप से आत्म समर्पित नक्सली को पुष्प गुच्छ और सरकार से मिलने वाली राशि में से एक लाख का चेक देकर सम्मानित किया गया। पेशरार थाने के बुलबुल गांव निवासी बालकिशुन खेरवार का पुत्र सूरजनाथ खेरवार ने बताया कि हाल में चले आपरेशन डबल बुल्स के दौरान वह सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बाल-बाल बचने के बाद भागा-भागा फिर रहा था। इसी दौरान ग्रामीणों की सलाह पर उसने सरेंडर करने का फैसला लिया। सूरजनाथ ने बताया कि साल 2013 में वह बारह साल की उम्र में नक्सली रवीन्द्र गंझू के दस्ते में दबाव में शामिल हुआ था। नक्सली हर घर से एक बच्चा दस्ते के लिए मांग रहे थे। गांव और परिवार की सलामती के लिए नक्सली संगठन में शामिल होना पड़ा। इसके खिलाफ लोहरदगा, लातेहार और गुमला जिले के अलग-अलग थानों में सात केस दर्ज हैं।
आत्मसमर्पण नीति नई दिशा के तहत एरिया कमांडर सूरजनाथ खेरवारआत्म समर्पण किया
